चमोली जिले के गोपेश्वर के रौली क्षेत्र के चीड़ के जंगल की आग ऑफिसर कॉलोनी तक पहुंची
दो कर्मचारियों के परिवारों ने भागकर बचाई जान, फायर कर्मियों ने आधा घंटे के बाद पाया काबू
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। प्रत्येक गर्मियों में सुलगने वाले उत्तराखंड के जंगल अबकी गर्मियों में भी आग की घटनाओं से अछूते नहीं नजर आ रहे हैं। गढ़वाल मंडल के चमोली जिले के गोपेश्वर नगर से करीब चार किमी दूर रौली क्षेत्र का चीड़ का जंगल रविवार की शाम छह बजे धधक उठा।

चीड़ के जंगल में लगी आग की लपटें ऑफिसर कॉलोनी तक पहुंच गईं। कॉलोनी में रहने वाले दो कर्मचारियों के परिवारों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। लोगों की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद चीड़ के जंगल में लगी आग को काबू किया, तब लोगों ने राहत की सांस ली। रविवार की शाम ऑफिसर कॉलोनी के समीप चीड़ के जंगल में अचानक आग की लपटें उठने लगीं।

आग की ऊंची-ऊंची उठतीं लपटों को देखकर लोग मौके पर पहुंचे और बुझाने का प्रयास करने लगे, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि कोई आग के पास तक भी नहीं पहुंच पाया। इस दौरान विकराल होती आग ऑफिसर कॉलोनी तक पहुंच गई। यहां रह रहे राजकीय पॉलीटेक्निक के दो कर्मियों के परिवार अपने-अपने घरों से निकलकर सड़क की ओर भागे।

लोगों की सूचना पर एक घंटे बाद पहुंचे फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस बाबत फायर ब्रिगेड के जनपद इंचार्ज प्रदीप त्रिवेदी ने बताया, फायर कर्मी वाहन के साथ पहुंचे और आग पर काबू पाया। बताया, असामाजिक तत्वों ने चीड़ के जंगल में आग लगाई थी, जिनको चिह्नित किया जा रहा है।
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