11वें ज्योर्तिलिंग श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि पर की गई घोषित
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। महाशिवरात्रि पर बुधवार को रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में धर्माचार्यों और वेदपाठियों ने पंचांग गणना के बाद केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की।

पंचांग गणना के अनुसार, 11वें ज्योर्तिलिंग श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट दो मई, 2025 को सुबह सात बजे बैशाख मास, मिथुन राशि और वृष लग्न में खुलेंगे। इससे पूर्व 27 अप्रैल को भगवान भैरवनाथ की पूजा होगी, जबकि बाबा केदार की पंचमुखी डोली 28 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी। इस अवसर पर श्री ओंकारेश्वर मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया था।

सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। इस अवसर पर भोलेनाथ के भजन और कीर्तन का आयोजन कर श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटा गया। बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया, मंदिर समिति के स्तर से केदारनाथ धाम की यात्रा की तैयारियां की जा रही हैं। कहा, कपाट खुलने की तिथि तय होने के साथ भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के केदारनाथ धाम प्रस्थान का कार्यक्रम भी घोषित हो गया।

बताया, पंचमुखी डोली के धाम प्रस्थान कार्यक्रम के तहत 27 अप्रैल को भगवान भैरवनाथ की पूजा होगी। श्रीकेदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली 28 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से प्रस्थान कर रात्रि प्रवास को प्रथम पड़ाव विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी। 29 अप्रैल को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से रात्रि प्रवास के लिए द्वितीय पड़ाव फाटा प्रस्थान करेगी। 30 अप्रैल को फाटा से रात्रि प्रवास के लिए तृतीय पड़ाव गौरादेवी मंदिर गौरीकुंड पहुंचेगी।

बताया, एक मई को शाम को केदारनाथ की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी और दो मई शुक्रवार को सुबह सात बजे वृष लग्न में धाम के कपाट तीर्थयात्रियों के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। बीकेटीसी के अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी ने बताया, जल्द ही मंदिर समिति का अग्रिम दल केदारनाथ धाम जाकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करेगा।
पुजारियों के नाम भी घोषित
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ के मुताबिक, श्रीकेदारनाथ धाम, मद्महेश्वर धाम के पुजारियों के नाम घोषित हुए हैं। श्रीकेदारनाथ धाम के लिए बागेश लिंग पुजारी का दायित्व संभालेंगे। मद्महेश्वर के पुजारी शिवलिंग रहेंगे और श्रीओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के पुजारी का दायित्व गंगाधर लिंग संभालेंगे, जबकि श्रीविश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में पूजा-अर्चना की जिम्मेदारी शिवशंकर लिंग संभालेंगे।
इनकी मौजूदगी में हुई घोषणा
श्रीकेदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की विधायक आशा नौटियाल, दायित्वधारी चंडीप्रसाद भट्ट, श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, पंचगाई समिति के पदाधिकारियों और सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।
ये रहे मौजूद
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी/केदारनाथ प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, पुजारी शिवशंकर लिंग, टी गंगाधर लिंग, बागेश लिंग, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल, यशोधर मैठाणी, विश्व मोहन जमलोकी, कुलदीप धर्म्वाण, प्रकाश पुरोहित, उमेश शुक्ला, खुशाल सिंह नेगी सहित तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारी आदि।
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश