मंगलवार की रात करीब पौने दो बजे बैरिकेड्स टूटने से मची भगदड़, बुधवार तड़के चार बजे से होने वाले अखाड़ों का स्नान सुबह 10 बजे से हुआ शुरू
सभी 13 अखाड़ों ने बारी-बारी से संगम नोज में किया अमृत स्नान, मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की मदद देने का यूपी सरकार का एलान
बेबाक दुनिया ब्यूरो
महाकुंभ नगर। मौनी अमावस्या स्नान से पूर्व मंगलवार की रात करीब पौने दो बजे के आसपास संगम नोज के पास बैरिकेड्स टूटने से मची भगदड़ से जहां 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, वहीं 60 लोग घायल हो गए। 36 घायलों को अस्पताल में अभी इलाज चल रहा है। अभी तक 25 मरने वालों की शिनाख्त की जा चुकी है।


भगदड़ में मरने वालों में सबसे ज्यादा 19 लोग उत्तर प्रदेश से हैं, जबकि कर्नाटक के चार, गुजरात से एक, असम से एक, पश्चिम बंगाल से एक और बिहार के चार लोग बताए जा रहे हैं। उधर, हादसे से दुखी और व्याकुल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां प्रत्येक मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की, वहीं मामले की न्यायिक जांच के साथ ही पुलिस से भी जांच कराने का एलान किया।


महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया, हादसे में 90 लोग जख्मी हुए थे, जिसमें 30 की मौत हो गई, जबकि 36 घायलों का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में चल रहा है, जबकि शेष को उनके परिजन लेकर चले गए। बताया, भारी भीड़ के चलते ये हादसा हुआ है। 25 मृतकों की पहचान की जा चुकी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है। बताया, मेले में बैरिकेड्स लगे हैं।

घाट पर कुछ बैरिकेड्स टूट गए थे, जिससे जमीन पर सो रहे कुछ श्रद्धालुओं पर लोग चढ़ गए और अफरातफरी मच गई। कहा, शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई भी वीआईपी प्रोटोकाल नहीं होगा। कहा, कोई वीआईपी प्रोटोकाल इंटरटेन नहीं किया गया। बताया, सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। महाकुंभ हादसे की जांच इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस हर्ष कुमार की अध्यक्षता में होगी।
इसमें रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीके सिंह सदस्य बनाए गए हैं। इसके अलावा पुलिस भी अपने स्तर पर भगदड़ की जांच करेगी। बताया, महाकुंभ में भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अपने आवास पर इमरजेंसी बैठक बुलाई, जिसमें पुलिस और शासन के बड़े अफसर शामिल हुए।




ऐसे हुआ हादसा
ब्रह्म मुहूर्त से पूर्व मंगलवार की रात एक बजे से दो बजे के बीच मेला क्षेत्र में अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना। भीड़ के दबाव के कारण दूसरी ओर के बैरीकेड्स टूट गए और लोग बैरीकेड्स लांघकर दूसरी तरफ आ गए और ब्रह्म मुहूर्त पर स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलना शुरू कर दिया।




कुछ ये भी रही वजह
अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इस कारण संगम पर लाखों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। इस दौरान बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देखकर भगदड़ मच गई। संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो भागने का मौका नहीं मिला और वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए।


साढ़े सात करोड़ से अधिक लोगों ने किया स्नान
मंगलवार रात को हादसे के बाद बुधवार को सुबह से देर शाम तक मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर पवित्र संगम में डुबकी लगाने का सिलसिला चलता रहा। देर शाम तक साढ़े सात करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा ली थी। मंगलवार की आधी रात के बाद भगदड़ की घटना के बाद भी श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी रहा। सीमाओं को ब्लॉक करने के बाद अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू किया गया। अखाड़ों का स्नान खत्म होने के बाद सीमाओं को खोला गया तो फिर भीड़ बढ़ी।

तीनों शंकराचार्यों ने एक साथ किया स्नान
तीनों शंकराचार्य द्वारका पीठ के स्वामी सदानंद सरस्वती, ज्योतिषपीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और श्रृंगेरी मठ के विधु शेखर भारती ने एक साथ संगम में मौनी अमावस्या का स्नान किया। अटल और महानिर्वाणी के बाद निरंजनी और आनंद अखाड़ा के संतों ने संगम में डुबकी लगाई। वहीं, मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान कर रहे साधु-संतों पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।

भगदड़ के बाद हेलिकॉप्टर से निगहबानी
मौनी अमावस्या स्नान के पूर्व मंगलवार की रात करीब पौने दो बजे के आसपास संगम नोज पर मची भगदड़ के बाद महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई है। अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हादसे की सीएम योगी आदित्यनाथ से पल-पल की जानकारी पूरे दिन में चार बार फोन करके ली। इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सीएम से श्रद्धालुओं के बारे में लगातार जानकारी लेते रहे।


‘महाकुंभ में भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है। मैं हताहत हुए श्रद्धालुओं के परिवारजनों के प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करती हूं। ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि घायल हुए सभी श्रद्धालु शीघ्र ही स्वस्थ हों।’ -द्रौपदी मुर्मू, राष्ट्रपति

‘प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।’ – नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

अफवाहों पर ध्यान न दें : योगी
’30 श्रद्धालुओं की मौत हुई हैं। 36 घायलों का अस्पताल में चल रहा है। सरकार मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख का मुआवजा देगी। हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है। लोगों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। संयम से काम लें। यह आयोजन लोगों का है और प्रशासन उनकी सेवा के लिए तत्पर है। सरकार हर प्रकार का सहयोग देने के लिए मजबूत तरीके से काम कर रही है। जरूरी नहीं कि संगम नोज की तरफ ही आएं। 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थाई घाट बनाए गए हैं, श्रद्धालु मां गंगा के जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशन का अनुपालन करें। व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर कतई ध्यान न दें।’ – योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

‘मौनी अमावस्या स्नान के बाद गंगा पूजन किया और लोगों की शांति और समृद्धि के लिए पूजा की। सभी व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन और सीएम योगी को धन्यवाद देना चाहता हूं। साथ ही ईष्टदेव से प्रार्थना है कि वसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान सही से संपन्न हो जाए।’ -स्वामी कैलाशानंद गिरि आचार्य महामंडलेश्वर, निरंजन अखाड़ा

‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यवस्थाओं को संभाला है। अब वहां के हालात सामान्य हो रहे हैं। काफी संख्या में लोग स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी।’ – अरुण साव, उपमुख्यमंत्री छत्तीसगढ़

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