कहा, मानवता के उत्थान में चिकित्सकों की अहम भूमिका, दीक्षांत समारोह एक विशेष अवसर, जो छात्रों की उपलब्धियों को मान्यता देता है
एम्स ऋषिकेश मरीजों को रोबोटिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी और रेडिएशन थेरेपी जैसे उन्नत चिकित्सा उपचार प्रदान कर रहा है : मुख्यमंत्री
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। केंद्र सरकार ऐसी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने पर लगी हुई है जो न केवल उपचारात्मक हो, बल्कि निवारक, उपशामक और पुनर्वासिक भी हो।
उपरोक्त बात मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जयप्रकाश नड्डा ने ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पांचवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही। इस दीक्षांत समारोह में 434 छात्रों को डिग्री भी प्रदान की गईं। कहा, दीक्षांत समारोह एक विशेष अवसर है जो छात्रों की उपलब्धियों को मान्यता देता है। कहा, देश के प्रत्येक गरीब व्यक्ति को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। कहा, इस सदी की शुरुआत तक भारत में केवल एक एम्स था, वहीं आज, देश में 22 एम्स संचालित हैं।
कहा, एम्स ऋषिकेश ने अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के कारण स्वास्थ्य संस्थानों के बीच एक अद्वितीय पहचान बनाई है। नड्डा ने कहा, आज देशभर में 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हो रहे हैं जो स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित कई सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों में 101 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब देशभर में 780 मेडिकल कॉलेज हैं। एमबीबीएस सीटों में 130 प्रतिशत और पीजी सीटों में 138 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
कहा, इसी तरह, पैरामेडिक्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए 157 नर्सिंग कॉलेज भी स्थापित किए जा रहे हैं। एम्स ऋषिकेश की सराहना करते हुए कहा, संस्थान ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवाओं का प्रभावी उपयोग करते हुए 309 गंभीर मरीजों को बचाया है। वहीं, टेलीमेडिसिन जैसी डिजिटल सेवाओं का उपयोग करके राज्य के दूरदराज और अल्पसेवित क्षेत्रों में सेवा प्रदान करने में देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक बना है।
नड्डा ने छात्रों को करुणा, ईमानदारी और समर्पण के साथ अपने काम को बिना किसी स्वार्थ के करने के लिए प्रोत्साहित किया। कहा, सरकार प्रत्येक एमबीबीएस छात्र पर 30-35 लाख रुपये खर्च करती है। नए डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे पेशेवर करियर की शुरुआत में अधिक जिम्मेदारियां उठाएं। इस दौरान नड्डा ने संस्थान की चिकित्सा सेवाओं को बढ़ाने के लिए कई स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन किया, जिनमें आयुष विभाग में एकीकृत चिकित्सा, न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पीईटी स्कैन मशीन, रेडियोलॉजी विभाग में पीएसीएस सुविधा और बाल चिकित्सा देखभाल में उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र शामिल हैं।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने एमबीबीएस, डीएम, एमएससी नर्सिंग, बीएससी नर्सिंग और बीएससी संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान कार्यक्रमों के 10 मेडिकल छात्रों को स्वर्ण पदक और डिग्री प्रदान की। समारोह में 434 छात्रों को डिग्री दी गई, जिनमें 98 एमबीबीएस छात्र, 95 बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग छात्र, 54 बीएससी संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान छात्र, 109 एमडी/एमएस/एमडीएस छात्र, 17 एमएससी नर्सिंग छात्र, एक एमएससी मेडिकल संबद्ध छात्र, 12 मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ छात्र, 40 डीएम/एमसीएच छात्र और आठ पीएचडी छात्र शामिल थे।
10 साल में देश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार : धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नड्डा का स्वागत करते हुए कहा, पिछले 10 साल में देश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार हुआ है। देशभर में एम्स की स्थापना हो, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति-2017 को लागू करना हो, आयुष्मान भारत योजना हो या फिर मेडिकल कॉलेजों में सीटों में बढ़ोतरी, कई योजनाओं एवं नीतियों से स्वास्थ्य व्यवस्था को एक नई ऊंचाई प्रदान की गई है। प्रदेश में स्वास्थ सेवाओं के विकास के लिए निरंतर सहयोग देने पर उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार जताया।
‘हेली एंबुलेंस ने स्वास्थ्य क्षेत्र में नई उड़ान देने का किया कार्य’
धामी ने कहा, एम्स ऋषिकेश में ट्रॉमा सेंटर में पिक्चर आर्काइविंग एंड कम्युनिकेशन सिस्टम और सेंटर फॉर एडवांस्ड पीडियाट्रिक्स का लोकार्पण होने से स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी। आज एम्स ऋषिकेश में अत्याधुनिक मेडिकल जांच और उपचार की व्यवस्था के साथ ही विशेषज्ञ डॉक्टर की टीम द्वारा कई प्रकार के रोगों का इलाज किया जा रहा है। संस्थान में अब रोबोटिक सर्जरी, घुटनों के प्रत्यारोपण की सुविधा, उन्नत न्यूरोसर्जरी और रेडिएशन थेरेपी जैसी सेवाएं भी संचालित की जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां हेली एंबुलेंस की शुरुआत कर उत्तराखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र को एक नई उड़ान देने का कार्य किया।
‘प्रदेश की पांच हजार से अधिक ग्राम सभाएं टीबी रोग से मुक्त’
सीएम ने कहा, उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में 207 पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा भी निशुल्क दी जा रही है। अभी तक 29 लाख लोगों की निशुल्क पैथोलॉजिकल जांच की जा चुकी हैं। राज्य में 14 लाख से अधिक लोगों का इलाज आयुष्मान भारत के तहत हो चुका है। कहा, प्रदेश की पांच हजार से अधिक ग्राम सभाएं टीबी रोग से मुक्त हो चुकी हैं। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत नए अस्पतालों का संचालन भी किया जाएगा।
ये रहे मौजूद
केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, लोकसभा सांसद अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सूबे के स्वास्थ मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक प्रेमचंद्र अग्रवाल, बृज भूषण गैरोला, अध्यक्ष एम्स ऋषिकेश प्रो. सिमरन नंदी, निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह, प्रोफेसर डॉ. जया चतुर्वेदी आदि।
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