एक्सपोसैट ब्लैक होल के रहस्य को खंगालेगा, स्रोतों का भी अध्ययन करेगा
बेबाक दुनिया डेस्क
नई दिल्ली। नए साल 2024 के पहले दिन सोमवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस केंद्र से नए अंतरिक्ष मिशन एक्सपोसैट को सुबह नौ बजकर दस मिनट पर लॉन्च किया।
एक्सपोसैट के ज़रिए भारत ब्लैक होल्स और सुपरनोवा जैसी सुदूर चीजों पर अध्ययन करने की कोशिश करेगा। इसरो ने सुबह पीएसएलवी-सी 58 के ज़रिए एक्सपोसैट सेटेलाइट को अंतरिक्ष की ओर रवाना किया। इस सेटेलाइट के साथ दस अन्य सेटेलाइट को भी अंतरिक्ष की ओर रवाना किया गया। प्रक्षेपण के पूर्व रविवार को 25 घंटे की उल्टी गिनती शुरू हुई थी। साथ ही मिशन के वैज्ञानिकों ने रविवार को ही तिरुपति मंदिर में पूजा अर्चना की थी। इसके अलावा इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने आंध्र प्रदेश के चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा की थी।
गौरतलब हो कि पहले एक्सपोसैट को दिसंबर के आखिर में लॉन्च करने की इसरो की योजना थी। एक्सपोसैट को 650 किलोमीटर ऊपर पृथ्वी की निचली कक्षा में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) स्थापित करेगा। इसरो ने एक्सपोसैट सेटेलाइट को पांच साल तक काम करने के हिसाब से डिजाइन किया है, जो एक्स-रे के अहम डेटा जुटाएगा और इसके जरिए ब्रह्मांड को बेहतर तरीके समझने में मदद मिलेगी। इसरो के मुताबिक, एक्सपोसैट वेधशाला की तरह काम करने वाले दुनिया का दूसरा सेटेलाइट होगा।
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