केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं में उत्साह, बदरीनाथ धाम के आदि केदारेश्वर मंदिर में कर्मचारियों ने बांटा प्रसाद
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। सावन माह के दूसरे सोमवार को केदारनाथ धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक-दुग्धाभिषेक किया। इस अवसर पर बाबा केदार की विशेष पूजा-अर्चना की है।



उधर, बदरीनाथ धाम में आदि केदारेश्वर मंदिर के समीप सावन के दूसरे सोमवार पर मंदिर समिति के अफसरों और कर्मियों की ओर से 500 से अधिक तीर्थयात्रियों को प्रसाद स्वरूप बालभोग का विवरण किया गया। इस अवसर पर रावल अमरनाथ नंबूदरी और प्रभारी अधिकारी गिरीश चौहान एवं कर्मचारियों ने अपने हाथों से भगवान बदरीविशाल का बाल भोग तीर्थयात्रियों को बांटा।
उधर, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया, बदरीनाथ एवं केदारनाथ धाम में अभी तक साढ़े 29 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए, जिनमें से रिकार्ड पौने 11 लाख तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे है। बताया, भारी बारिश के बावजूद तीर्थयात्रियों के पहुंचने का क्रम जारी है।
तीर्थयात्रियों से अपील की कि मौसम की स्थिति और मौसम के पूर्वानुमान का भी ध्यान रखें, जिससे सुगम और सुरक्षित रूप से यात्रा हो सके। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया, बारिश के बावजूद बदरीनाथ धाम में भी श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी है। बताया, सोमवार को बदरीनाथ स्थित पौराणिक आदि केदारेश्वर मंदिर में बड़ी तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंचे।
केदारनाथ में ये रहे मौजूद
बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पुजारी शिवशंकर लिंग, धर्माधिकारी औंकार शुक्ला, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल, प्रदीप सेमवाल, कुलदीप धर्म्वाण, ललित त्रिवेदी आदि।
बदरीनाथ में रहे मौजूद
धर्माधिकारी राधाकृष्ण थापलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी विवेक थपलियाल, राजेंद्र सेमवाल, जगमोहन बर्त्वाल, भंडार प्रभारी संतोष तिवारी, संदेश मेहता, केदार सिंह रावत, अनसुया नौटियाल, प्रभारी दफेदार कुलानंद पंत, हरेंद्र कोठारी, संतोष पंत आदि।
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश