May 20, 2025

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ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले 

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बने कपाट खुलने के साक्षी, पहली पूजा प्रधानमंत्री मोदी के नाम

बेबाक दुनिया ब्यूरो

देहरादून। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित विश्वप्रसिद्ध 11वें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार (दो मई) को सुबह सात बजे वृष लग्न और मिथुन राशि में पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चारण के साथ सेना के ग्रेनेडियर रेजिमेंट के बैंड की भक्तिमय धुनों एवं ॐ नम: शिवाय, जय श्रीकेदार के उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस दौरान हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।

इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पत्नी गीता धामी संग स्वयं उपस्थित रहे और पूजा-अर्चना में भाग लिया। कपाट खुलने के बाद पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की गई। करीब 12 हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के पावन क्षण के साक्षी बने। इस मौके पर सीएम ने कपाट खुलने पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, राज्य के साथ ही संपूर्ण देश को इस पल की प्रतीक्षा रहती है। केदारनाथ धाम सनातन धर्मावलंबियों की धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र होने के साथ ही भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है। हमारे राज्य के लिए यह उत्सव का समय है।

उधर, बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया सुबह पांच बजे शुरू हुई। इससे पूर्व सुबह चार बजे से बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) के कर्मचारी मंदिर परिसर में तैनात हो गए थे। सुबह छह बजे धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, पुजारी बागेश लिंग, विधायक आशा नौटियाल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, धर्माचार्य, वेदपाठीगण और भैरवनाथ जी के पश्वा अरविंद शुक्ला समेत अन्य ने गर्भगृह में प्रवेश कर विधिवत पूजा की। देवी-देवताओं का आह्वान कर जन कल्याण की कामना और संकल्प के साथ सुबह सात बजे मंदिर के कपाट खोल दिए गए। इसी समय मंदिर का मुख्य दक्षिण द्वार भी खुल गया।

27 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में भगवान भैरवनाथ की पूजा संपन्न हुई थी। इसके बाद 28 अप्रैल को पंचमुखी डोली ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुई और कई पड़ावों से होते हुए एक मई की शाम धाम पहुंची थी। उधर, धाम के कपाट खुलने से पूर्व केदारनाथ धाम को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। श्रद्धालुओं के लिए बड़े स्तर पर भंडारों की भी व्यवस्था की गई। बर्फ दूर की पहाड़ियों पर नजर आ रही है। वहीं, बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया, 3 मई को भैरवनाथ जी के कपाट भी खोले जाएंगे।

इस वर्ष भी यात्रा कीर्तिमान बनाएगी : धामी

मुख्यमंत्री ने बाबा केदार से सभी यात्रियों के मंगलमयी यात्रा की प्रार्थना की। कहा, प्रदेश सरकार चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। कहा, बाबा केदार के धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। बाबा के आशीर्वाद से इस वर्ष भी चारधाम यात्रा नया कीर्तिमान बनाएगी। कहा, हम सभी उत्तराखंडवासियों का कर्तव्य है कि हम देश और दुनिया से आने वाले अतिथियों का स्वागत आत्मीयता और सेवाभाव से करें।

प्रधानमंत्री बाबा के अनन्य भक्त : मुख्यमंत्री 

कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा के अनन्य भक्त हैं। 2013 आपदा के बाद प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केदार नगरी के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हुआ। उन्हीं के मार्गदर्शन में आज केदारनाथ परिसर का दिव्य और भव्य निर्माण कार्य हुआ है। प्रधानमंत्री ने केदारनाथ की इसी भूमि से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बताया था। उनके शब्दों को सच करने के लिए राज्य सरकार निरंतर विकास के नए आयाम स्थापित कर रही है। इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी शुभकामनाएं देते हुए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया।

ये रहे मौजूद

मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, मुख्य कार्याधिकारी बीकेटीसी विजय प्रसाद थपलियाल, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे, मंदिर समिति प्रभारी अधिकारी/सहायक अभियंता गिरीश देवली, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, पुजारी बागेश लिंग, वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल, यशोधर मैठाणी, विश्व मोहन जमलोकी, देवानंद गैरोला, विपिन तिवारी, कुलदीप धर्म्वाण, प्रकाश पुरोहित, उमेश शुक्ला आदि।

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