
चमोली जिले में गुलदार ने कई मवेशियों को बनाया निवाला, पौड़ी जिले में हाथियों ने मचाया उत्पात
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। गढ़वाल मंडल के चमोली जिले में जहां गुलदार के खौफ के चलते लोगों का घर से भी निकलना मुश्किल हो रखा है, वहीं अब तक कई मवेशियों को वह अपना शिकार बना चुका है। उधर, पौड़ी जिले में हाथियों की धमाचौकड़ी के चलते लोगों की जान पर बन आई है।

हाथियों का आतंक पौड़ी जिले के कोटद्वार के आसपास सबसे ज्यादा है। सनेह पट्टी के रामपुर गांव में हाथियों की रोजाना की धमाचौकड़ी से लोगों का घर से भी निकलना दूभर हो रखा है। अभी एक दिन पूर्व करीब छह हाथियों के झुंड ने रामपुर गांव में धावा बोल दिया और कई काश्तकारों की गेहूं की फसल को जहां रौंद डाला, वहीं आम के पेड़ को भी उखाड़ डाला। इसके बाद दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह घर से बाहर टहलने निकले लोगों को भी दौड़ा लिया।

लोगों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। साथ ही मशक्कत के बाद हाथियों को जंगल में खदेड़ा। ग्रामीणों के मुताबिक, हाथी अब तक करीब 30 से ज्यादा बीघा गेहूं की फसल को तहस नहस कर दिया वहीं, एक दर्जन से ज्यादा आम के पेड़ों को भी उखाड़ डाला है। क्षेत्र में पिछले दो माह से हाथियों का आतंक है। उधर, वन विभाग का कहना है कि रामपुर में हाथी आबादी क्षेत्र में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से वनकर्मी लगातार गश्त कर रहे हैं। अब बात करते हैं चमोली जिले में गुलदार के धमक की। जिले के थराली तहसील क्षेत्र के कुलसारी के सालपुर और जबरकोट गांव में गुलदार ने दो दिन पहले रात को तीन मवेशियों को अपना निवाला बना डाला। रात आठ बजे सालपुर निवासी मंजू देवी गोशाला से मवेशियों को चारा-पानी देकर दरवाजे बंद कर घर आ गईं।
लेकिन, जब दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह पहुंचीं तो एक गाय, 18 दिन की बछिया और एक डेढ़ साल का बछड़ा गुलदार का निवाला बन चुका था। इतना ही नहीं जबरकोट गांव में भी गुलदार ने गाय को निवाला बनाने की कोशिश की। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जानकारी ली।
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