May 17, 2025

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गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद

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तीन नवंबर को यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट पूरे विधि विधान से किए जाएंगे बंद

बेबाक दुनिया ब्यूरो

देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर शनिवार (दो नवंबर) को शीतकाल के लिए पूरे विधि विधान से मां गंगा की पूजा अर्चना के बाद बंद कर दिए गए।

उधर, तीन नवंबर को भइया दूज के दिन बाबा केदार और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे। उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के उत्तरकाशी जिले में स्थित चारधामों में एक गंगोत्री धाम के कपाट शनिवार को दोपहर 12.14 बजे पूजा अर्चना और मंत्रोच्चारण के बाद बंद कर दिए गए। अब मां गंगा के दर्शन छह माह तक शीतकालीन पड़ाव मुखबा स्थित गंगा मंदिर में होंगे। कपाट बंद होने पर धाम में सैकड़ों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने जय मां गंगे के जयकारे लगाए।

श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया, गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद गंगा की उत्सव मूर्ति डोली यात्रा संग उनके शीतकालीन पड़ाव मुखबा के लिए विदा किया गया। बताया, दिवाली पर्व के साथ ही धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। शनिवार सुबह से ही मंत्रोच्चारण के साथ कपाट बंद करने के लिए पूजन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इस दौरान धाम परिसर में स्थानीय लोग भी मां गंगा को उनके शीतकालीन प्रवास के लिए विदाई देने पहुंचे और भावुक हो मां गंगा को मुखबा के लिए रवाना किया।

गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में 15 लाख से ज्यादा ने किए दर्शन

इस यात्राकाल में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में शुक्रवार शाम एक नवंबर तक 15, 21,752 तीर्थयात्रियों ने पहुंचकर दर्शन कर चुके थे। इनमें गंगोत्री धाम में 8.11 तीर्थयात्रियों ने पहुंचकर दर्शन किए, जबकि यमुनोत्री धाम में कपाट बंद होने के पूर्व तक 7.10 लाख तीर्थयात्री दर्शन कर चुके थे।

भइयादूज पर अपने मायके पहुंचेगी मां गंगा की डोली

गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद पुलिस सुरक्षा के बीच मां गंगा की डोली ढोल-दमाऊ, आर्मी बैंड और मां गंगा के जयकारों के साथ मुखबा के लिए रवाना हुई। डोली का रात्रि विश्राम मां चंडी देवी मंदिर में होगा और भइया दूज के दिन मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखबा (मुखीमठ) पहुंचेगी। यहां मंदिर में मां गंगा की भोग मूर्ति छह माह तक रहेंगी।

यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू

मां यमुना मंदिर के कपाट रविवार तीन नवंबर को भैयादूज पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसको लेकर यमुनोत्री धाम में भी कपाट बंदी की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। यमुनोत्री धाम के कपाट रविवार दोपहर 12.05 बजे बंद किए जाएंगे। कपाट बंद होने के बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति खरसाली गांव के लिए रवाना होगी। जहां शीतकाल के दौरान छह माह तक दर्शन होंगे।

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