May 17, 2025

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दुग्ध उत्पादक किसानों को दिवाली से पहले मिलेगा बकाया

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53 हजार दुग्ध उत्पादक किसानों को दिवाली पूर्व सरकार का उपहार

राज्य के छह स्थानों पर दिवाली मेले के जरिए आंचल उत्पादों की होगी बिक्री

बेबाक दुनिया ब्यूरो

देहरादून। दिवाली से पहले राज्य सरकार, दुग्ध उत्पादक किसानों को उनके लंबित बकाये का पूरा भुगतान करेगी।

उपरोक्त बात प्रदेश के पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कही। बताया, आंचल द्वारा राज्य के छह स्थानों पर दिवाली मेले का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आंचल के उत्पादों की बिक्री की जाएगी। सचिवालय में पत्रकारों से वार्ता में कहा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार लगातार पशुपालकों के हित में कार्य कर रही है। इसके लिए सरकार किसानों को कई तरह से प्रोत्साहन दे रही है।

बहुगुणा ने बताया, किसानों का दुग्ध संघों पर करीब साढ़े 12 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है। दुग्ध प्रोत्साहन राशि के रूप भी 5.89 करोड़ रुपये का बकाया है। उक्त सभी बकाया राशि का भुगतान दिवाली से पहले कर दिया जाएगा। कहा, इसका लाभ करीब 53 हजार दुग्ध उत्पादकों किसानों को मिलेगा। बताया, सरकार ने गत ढाई साल में दूध के दाम को आठ से 11 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाया है, जबकि पहले सालाना औसत बढ़ोतरी एक से सवा रुपये प्रति लीटर तक होती थी।

कहा, अब दुग्ध उत्पाद किसान, आंचल के जरिए दूध की बिक्री के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं। यही कारण है कि दुग्ध संघ का टर्नओवर दो साल में 20.94 करोड़ रुपये से बढ़कर, 43.78 करोड़ रुपये पहुंच गया है, जबकि लाभ 2.71 करोड़ रुपये से बढ़कर 7.23 करोड़ रुपये पहुंच गया है। बताया, सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसके लिए गंगा गाय योजना में गाय या भैंस खरीदने के मानकों में पहाड़ी क्षेत्रों के अनुसार बदलाव किए गए हैं। साथ ही सरकार साइलेज पर भी सब्सिडी को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर चुकी है।

बहुगुणा ने कहा, 2022 में एक बार भूसे का रेट 1600 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया था, इसके बाद सरकार भूसे पर 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रही है। कहा, आंचल को लाभप्रद बनाने के लिए नए उत्पाद लॉन्च किए गए। बताया, आंचल के जरिए किसानों की आय बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से नैनीताल, दून, यूएसनगर, हरिद्वार, चंपावत और चमोली में दिवाली से पहले अलग अलग तिथियों पर दो दिवसीय दिवाली मेले का आयोजन किया जा रहा, जिसमें आंचल के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। इन मेलों में विभागीय प्रचार प्रसार के स्टॉल भी लगाए जाएंगे।

मंत्री ने बताया, सरकार मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, बकरी पालन के जरिए भी स्वरोजगार को प्रोत्साहन देते हुए गांवों से पलायन के रोकथाम का प्रयास कर रही है। बताया, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से गुजरात में उत्तराखंड के बद्री घी की लांचिंग की जा रही है, इससे बद्री घी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकेगी। कहा, केंद्र सरकार के सहयोग से सितारगंज में एक्वा पार्क का भी निर्माण किया जा रहा है। इससे राज्य के मत्स्य पालकों को लाभ मिलेगा। इस मौके पर सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया, उक्त सभी घोषणाएं रुद्रप्रयाग जिले को छोड़कर शेष सभी जिलों में तत्काल प्रभाव से लागू होंगी।

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