सहकारिता सम्मेलन में बोले सहकारिता मंत्री, महिला सहायता समूह और जनपद के उत्कृष्ट किसानों से किया संवाद
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। देहरादून जिले में 50 हजार लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सहकारिता के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्य को भी पाना है।

उपरोक्त बात रविवार को राजधानी स्थित उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ सभागार में महिलाओं, कृषकों के कृषि एवं कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कही। कार्यक्रम में दून से महिला किसानों, महिला समूहों, स्वयं सहायता समूहों, स्वायत्त सहकारिता, सहकारिता सदस्यों और महिला मंगल दल ने प्रतिभाग किया। सहकारिता मंत्री ने कहा, आप सहकारिता के क्षेत्र में नए आइडिया के साथ एक मॉडल स्थापित करें, इस मामले में विभाग हर सहायता मुहैया कराएगा।
विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा, देहरादून जिले में 401 ग्राम सभा में प्रत्येक ग्राम सभा स्तर पर मत्स्य, डेयरी और बहुउद्देशीय समितियां बनाई जाएंगी। कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री का यही लक्ष्य है कि किसान प्रगतिशील बनें। कहा, मैं खुद प्रत्येक जिले में जाकर सहकारिता सम्मेलन में किसानों से सीधा संवाद करूंगा। कहा, मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, यदि आपको बड़े कार्य करने हैं तो बड़ी लकीर खींचनी पड़ेगी।

इनको मिला ऋण और सम्मान
सहकारिता मंत्री ने कैतलया देवता महिला स्वयं सहायता समूह, कामयाब महिला स्वयं सहायता समूह भानियावाला को पांच-पांच लाख रुपये का शून्य फीसदी का ऋण वितरित किया। इसके अलावा चेतना महिला सहायता समूह की दीपिका नेगी, नई दृष्टि स्वयं सहायता समूह की लक्ष्मी शर्मा, जैविक धान उत्पादक वकील हसन, जैविक खेती करने वाले मुकेश तोमर, अदरक की खेती करने वाले सूरत सिंह और कृष्ण स्वयं सहायता समूह को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
ये रहे मौजूद
संयुक्त निबंधक मंगला त्रिपाठी, सहायक निबंधक निबंधक कार्यालय राजेश चौहान, सहायक निबंधक देहरादून बलवंत मनराल, सहायक निबंधक हरिद्वार पुष्कर सिंह पोखरिया, पूर्व जिला सहकारी बैंक टिहरी अध्यक्ष सुभाष रमोला आदि।
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