तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट चार नवंबर और द्वितीय केदार मद्महेश्वर के 20 नवंबर को होंगे बंद
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। चारधामों में एक विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को रात्रि 9.07 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद होंगे, जबकि तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट चार नवंबर और द्वितीय केदार मद्महेश्वर के 20 नवंबर को पूरे विधि विधान और पूजा अर्चना के बाद बंद होंगे।






बदरीनाथ–केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया, कपाट बंद होने की तिथि विजयादशमी के अवसर पर बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचांग गणना के बाद तय की गई। कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंचे। सरकार एवं मंदिर समिति के प्रयासों से सभी यात्री सुविधाएं मुहैया हुई है। बताया, अभी तक 11 लाख से अधिक तीर्थयात्री धाम पहुंचे है तथा साढ़े 13 लाख से अधिक यात्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे।
बताया, अब तक साढ़े 24 लाख तीर्थयात्रियों ने बदरीनाथ-केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं। उधर, पंचकेदार में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार मद्महेश्वर मंदिर के कपाट 20 नवंबर को शुभ लग्नानुसार सुबह बंद होंगे, जबकि तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट चार नवंबर को पूर्वाह्न 11 बजे बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद मद्महेश्वर भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली कई पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया, मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि पंचकेदार गद्दस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ तथा तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दीस्थल मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में 12 अक्तूबर को दशहरे के शुभ अवसर पर पंचांग गणना के बाद घोषित हुई। साथ ही मद्महेश्वर मेला और देव डोलियों के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने का कार्यक्रम भी घोषित हो गया।
मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली 20 नवंबर को गौडार गांव पहुंचेगी
मद्महेश्वर के कपाट बंद होने के बाद भगवान की चल विग्रह डोली 20 नवंबर को प्रथम पड़ाव गौडार गांव, 21 नवंबर को दूसरे पड़ाव रांसी, 22 नवंबर गिरिया और 23 नवंबर को ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी। 23 नवंबर को मद्महेश्वर मेला संपन्न होगा। इस मौके पर पुजारी बागेश लिंग, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, नवीन मैठाणी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, देवानंद गैरोला, जेई सूरज मलासी, प्रेम सिंह रावत, वीरेश्वर भट्ट नवीन शैव,वर्ध जमलोकी, सत्यप्रसाद सेमवाल, शंकर स्वामी आदि मौजूद रहे।
तुंगनाथ के कपाट चार नवंबर को पूर्वाह्न 11 बजे होंगे बंद
भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दीस्थल मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में तय हुई। चार नवंबर को कपाट बंद होने के बाद तृतीय केदार तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली इसी दिन प्रथम पड़ाव चोपता पहुंचेगी। पांच नवंबर को भनकुन गुफा, छह नवंबर को भी भनकुन प्रवास करेगी। सात नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ मंदिर गर्भगृह में विराजमान हो जाएगी।
ये रहे मौजूद
मठापति रामप्रसाद मैठाणी, प्रबंधक बलबीर नेगी, पुजारी भारत मैठाणी, मुकेश मैठाणी, उमादत्त, विनोद मैठाणी, आचार्य रविंद्र मैठाणी, माहेश्वर प्रसाद, शांति प्रसाद, शेखर चंद्र, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयबीर नेगी, दिलवर नेगी और हक-हकूकधारी आदि मौजूद रहे।
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