मसूरी और चकराता में भी बारिश के साथ हिमपात, कड़ाके की पड़ रही ठंड
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। शनिवार शाम से गढ़वाल मंडल में मौसम का मिजाज फिर बदल गया और देर रात बारिश के साथ पहाड़ों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां बर्फबारी का दौर शुरू हो गया, वहीं कड़ाके की ठंड पड़ने लगी। उधर, राजधानी समेत पूरे गढ़वाल मंडल में रविवार सुबह से ही बारिश के साथ चारों धामों में जमकर बर्फबारी हुई।




देहरादून जिले में स्थित पहाड़ों की रानी मसूरी और चकराता में भी बारिश के साथ हिमपात हुआ, जिससे जहां कड़ाके की ठंड पड़ने लगी, वहीं बाहर से आए पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ भी उठाया। मसूरी के पर्यटन स्थल बुरांशखंडा में पहुंचे सैलानियों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया।




उधर, पहाड़ों के राजा के रूप में विख्यात चकराता के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीजन का चौथा हिमपात हुआ। लोहारी, लोखंडी, आसमाड़, देवबन, दुरानी कांवतालानी, कशमोई डांडा, मोईला टॉप आदि क्षेत्रों में बर्फबारी रुक-रुक कर रविवार को भी जारी रही।




यहां वीकेंड पर चकराता घूमने के लिए पहुंचे पर्यटक बर्फबारी का जमकर आनंद उठा रहे हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते शनिवार शाम से ही पर्यटक लोखंडी पहुंचना शुरू हो गए थे। रविवार सुबह आसमान से बर्फ की फुहार गिरनी शुरू हुई तो पर्यटक होटलों से बाहर निकल कर बर्फबारी का लुफ्त उठाने लगे। जमीन पर तीन इंच बर्फ जम गई है।






उधर, उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में भी शनिवार की रात से शुरू हुई बारिश और बर्फबारी का दौर रविवार शाम तक भी जारी रहा। यमुनोत्री धाम सहित आसपास खरशालीगांव, जानकीचट्टी, नारायण पुरी, फूलचट्टी क्षेत्र में मध्य रात्रि को बर्फबारी तो निचले इलाकों में रिमझिम बारिश हुई। अभी भी बारिश और बर्फबारी का सिलसिला यहां जारी है।
उत्तरकाशी के जिला मुख्यालय के गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर्षिल से ऊपर हल्की बर्फबारी हुई, वर्तमान में गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग सुचारू है। उधर, बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में भी बारिश के साथ जमकर बर्फबारी हुई। बदरीनाथ में तो बर्फ की मोटी चादर बिछ गई, जबकि केदारनाथ धाम में भी जमकर बर्फबारी होने से इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अभी भी मौसम खराब है।
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश