तीन फरवरी को ब्रेन हेमरेज होने से एसजीपीजीआई लखनऊ में कराया गया था भर्ती

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चार फरवरी को एसजीपीजीआई में भर्ती मुख्य पुजारी को गए थे देखने
बेबाक दुनिया ब्यूरो
लखनऊ। तीन फरवरी को ब्रेन हेमरेज होने से एसजीपीजीआई लखनऊ में भर्ती अयोध्या में श्रीरामलला मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (80) का माघी पूर्णिमा के पवित्र दिन बुधवार को सुबह सात बजे निधन हो गया। निधन की खबर सुनते ही अयोध्या समेत प्रदेशभर में शोक की लहर दौड़ गई। सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कइयों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
आचार्य सत्येंद्र दास का पार्थिव शरीर अयोध्या के सत्य धाम गोपाल मंदिर आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। आचार्य सत्येंद्र दास को 13 फरवरी को दोपहर 12 बजे जल समाधि दी जाएगी। तीन फरवरी को अयोध्या में ब्रेन हेमरेज के बाद उनको एसजीपीजीआई लखनऊ रेफर किया गया था। यहां पर वो न्यूरोलॉजी वार्ड एचडीयू में भर्ती थे। चार फरवरी को सीएम ने एसजीपीजीआई में सत्येंद्र दास से मुलाकात की थी।
सत्येंद्र दास 32 साल से रामजन्मभूमि में बतौर मुख्य पुजारी सेवा दे रहे थे। छह दिसंबर, 1992 को बाबरी विध्वंस के समय वे रामलला को गोद में लेकर भागे थे। सत्येंद्र का जन्म संत कबीरनगर में 20 मई, 1945 को हुआ था, जो अयोध्या से 98 किमी दूर है। वे बचपन से ही भक्ति भाव में लीन रहते थे। उनके पिता अक्सर अयोध्या आते जाते रहते थे, लिहाजा सत्येंद्र दास भी पिता के साथ अयोध्या घूमने जाते थे।
एसजीपीजीआई के निदेशक डाॅक्टर आरके धीमान ने बताया, डाॅक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा था। ब्रेन स्ट्रोक के अलावा कई अन्य बीमारियां भी थीं। उधर, अयोध्या के मठ मंदिरों में शोक की लहर छा गई। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय, राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी और अयोध्या राज परिवार के अगुवा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ. अनिल मिश्र और गोपालजी ने निधन पर शोक जताया है।
“परम रामभक्त, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र कुमार दास महाराज का निधन अत्यंत दुखद एवं सामाजिक व आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और दुखी शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!।” – योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
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