महाकुंभ के 20वें दिन प्रयागराज पहुंचे 73 देशों के 118 डेलीगेट्स ने भी लगाई आस्था की डुबकी


उपराष्ट्रपति का सीएम ने किया स्वागत, हादसे वाली जगह देखी और अस्पताल में घायलों का हाल जाना
बेबाक दुनिया ब्यूरो
महाकुंभ नगर। शनिवार को पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ संग प्रयागराज पहुंचे देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जहां सिर पर शिवलिंग रखकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई, वहीं 73 देशों के राजनयिक भी पत्नियों के साथ त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई।
धनखड़ का प्रयागराज पहुंचे सीएम योगी ने स्वागत किया। इससे पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले हेलिकॉप्टर से पूरे मेला क्षेत्र का हवाई दौरा कर तीन फरवरी को होने वाले वसंत पंचमी के अमृत स्नान की सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना किया। इसके बाद हादसे वाली जगह को देखा फिर अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। उधर, शनिवार को करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई। इस प्रकार अब तक 31 करोड़ 46 लाख श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।



वहीं, शनिवार को आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर और योग गुरु बाबा रामदेव भी संगमनगरी पहुंचे। प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सिर पर शिवलिंग रखकर संगम में डुबकी लगाई और सूर्य को अर्घ्य दिया। धनखड़ ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच स्नान किया। इसके बाद उपराष्ट्रपति परिवार के साथ संगम स्थित लेटे हनुमान मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना की। इस दौरान धनखड़ ने कहा, आज तक पृथ्वी पर करोड़ों लोगों का संगम नहीं हुआ है।


कहा, इतनी बड़ी व्यवस्था है, प्रशासन ने जो काम किया है, उससे बहुत खुश हूं। एक हादसा हुआ, लेकिन किस तरह से इस मामले को तेजी से राज्य सरकार और उसकी मशीनरी ने काबू किया, वह कबीलेतारीफ है। कहा, अमेरिका की जितनी जनसंख्या है, उतने लोगों का आगमन अभी तक यहां हो चुका है। कहा, इसके लिए योगी आदित्यनाथ साधुवाद के पात्र हैं। इसके बाद उपराष्ट्रपति अरैल संगम घाट पहुंचे, जहां उन्होंने क्रूज पर सवार होकर नौकायन का आनंद लिया।
नौकायन के दौरान साइबेरियन पक्षियों को देखकर उपराष्ट्रपति धनखड़ उत्साहित हो उठे और अपने हाथों से पक्षियों को दाना डाला। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी से संगम के महत्व के बारे में भी चर्चा की। संगम स्नान से पूर्व घाटों पर स्नान कर रहे श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और स्नान के बाद हर-हर महादेव के जयकारे भी लगाए। उधर, सीएम योगी ने संतोष दास सतुआ बाबा और स्वामी राम कमलाचार्य महाराज को जगद्गुरु बनाने पर तिलक लगाकर बधाई दी।
इस मौके पर योगी ने तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य और जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी से मुलाकात की। उधर, महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए 73 देशों के राजदूत प्रयागराज पहुंचे और अरैल में अपने-अपने देशों के ध्वज फहराकर संगम में डुबकी लगाई। इसके साथ अक्षयवट, सरस्वती कूप और हनुमान मंदिर के दर्शन किए।
अमेरिका, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, रूस, स्विट्जरलैंड, जापान, न्यूजीलैंड, जर्मनी, नेपाल, कनाडा समेत अन्य देशों से आए प्रतिनिधियों ने संगम में डुबकी लगाने के बाद कहा, यह महाकुंभ अद्भुत है और ऐसा संयोग पूरी दुनिया में कभी कहीं नहीं देखा गया है। यहां अधिक संख्या में श्रद्धालु आए हैं कि कोई सोच भी नहीं सकता।
संगम नोज और अस्पताल पहुंचे योगी, जाना हाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ के संगम नोज पर उस जगह पहुंचे जहां मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मची थी। योगी ने अधिकारियों से बात की और भगदड़ की वजह जानी। इसके साथ ही भौगोलिक एरिया को समझा और आगे ऐसी घटना न हो इसके सख्त निर्देश अफसरों को दिए। साथ ही महाकुंभ के तीन फरवरी को होने वाले वसंत पंचमी के तीसरे अमृत स्नान की तैयारियों को भी परखा। योगी ने हेलिकॉप्टर से मेला क्षेत्र के सात प्रमुख मार्गों का हवाई सर्वेक्षण किया। योगी भगदड़ में घायल श्रद्धालुओं का अस्पताल पहुंचकर हाल जाना और अधिकारियों को इलाज के लिए जरूरी निर्देश दिए। साथ ही इलाज के बाद स्वस्थ होने पर उनके घरों तक पहुंचाने के प्रबंध करने के भी निर्देश दिए।


योगी से मिले श्रीश्री रविशंकर, महाकुंभ में करेंगे सुदर्शन क्रिया
आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर अपने निजी जेट विमान से एक दर्जन विदेशी भक्तों के साथ शनिवार को महाकुंभ नगर पहुंचे। श्रीश्री सबसे पहले आईसीसीसी पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़े अफसरों संग महत्वपूर्ण बैठक कर रहे थे, से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने श्रीश्री का स्वागत किया और उन्हें शॉल और फलों की टोकरी भेंट की।

बाबा रामदेव पहुंचे महाकुंभ, योगी के तारीफों के पुल बांधे
योग गुरु बाबा रामदेव भी शनिवार को महाकुंभ नगर के सतुआ बाबा सेवा संस्थान पहुंचे और महाकुंभ में भगदड़ पर दुख जताते हुए सीएम योगी की जमकर तारीफ की। कहा, इतने बड़े आयोजन में लगातार सीएम लगे थे और लगे हुए हैं, लेकिन कहीं न कहीं गलती हुई है और ये जांच का विषय है। जांच के बाद स्पष्ट होगा कि कहां और क्या गलती थी। केंद्रीय बजट पर कहा, बजट देश और जनता के हित में है।

सनातन का कोई बाल बांका नहीं कर सकता : योगी
प्रयागराज पहुंचे सीएम योगी ने कहा, मैं उन ‘संतों’ को बधाई देता हूं जिन्होंने मौनी अमावस्या के अवसर पर हमारे सामने आई चुनौती का धैर्यपूर्वक सामना किया। कुछ महान आत्माएं उस दुर्घटना का शिकार हो गईं, लेकिन उस स्थिति में हमारे संतों ने रक्षक की भूमिका निभाई और धैर्य और साहस के साथ उस चुनौती पर विजय प्राप्त की। कहा, सनातन का कोई बाल बांका नहीं कर सकता। कुछ लोगों ने राम मंदिर बनने से पहले साजिश रची थी। षड्यंत्र रचा था, लेकिन सरकार सजग है। कहा, संतों के धैर्य के सामने सनातन विरोधी फेल हो चुके हैं। योगी ने संतों के धैर्य की सराहना की और सनातन के खिलाफ हो रही साजिश से सभी को आगाह किया।

‘संगमनगरी आकर जीवन धन्य हो गया’
“अपने जीवन में इतना भव्य, दिव्य और सुव्यवस्थित महाकुंभ आयोजन पहले कभी नहीं देखा है। यहां बेहतरीन इंतजाम किए गए हैं, मैं हैरान हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि भारत में ऐसा आयोजन होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए इंतजाम इतिहास में दर्ज हो गए हैं। संगमनगरी आकर जीवन धन्य हो गया।” – जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति।
‘संगम ही नहीं, सभी घाटों पर स्नान से पुण्य की प्राप्ति’
“श्रद्धालु संयम से वसंत पंचमी पर स्नान करें और प्रशासन के नियमों का भी पूरी तरह से पालन करें। महाकुंभ क्षेत्र में सिर्फ संगम ही नहीं, बल्कि सभी स्नान घाटों पर स्नान से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है, इसलिए श्रद्धालु नजदीक के किसी भी स्नान घाट पर आस्था की डुबकी लगा सकते हैं।” – ब्रह्मंड गुरु, संत निर्मोही अनि अखाड़ा

‘मरने वालों की सही संख्या बताए सरकार’
“उत्तर प्रदेश सरकार को महाकुंभ में मची भगदड़ के शिकार श्रद्धालुओं की सही संख्या सार्वजनिक करनी चाहिए। भाजपा सरकार पर किसी को भरोसा नहीं है। सरकार हिंदू विरोधी है। भगदड़ में मरने वाले सभी लोग हिंदू हैं। सरकार मृतकों और घायलों का नाम नहीं बता रही है। अब तो संत, महात्मा और शंकराचार्य भी खुलकर कह रहे कि सीएम और सरकार ने झूठ बोला।” – अखिलेश यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश