May 18, 2025

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सीएम धामी ने सेना के जवानों संग मनाई दिवाली

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कहा, पर्व के दिन परिवार से दूर रहना कर्तव्यनिष्ठा की पराकाष्ठा

सरहदों पर सेना की सुरक्षा से ही रोशन होते हैं दिवाली के दीपक

बेबाक दुनिया ब्यूरो

देहरादून। बृहस्पतिवार को दिवाली का त्योहार जहां पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा, वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह पर्व वीर सैनिकों के बीच गढ़वाल राइफल्स मुख्यालय लैंसडाउन छावनी में पहुंचकर मनाया। धामी ने सैनिकों का मनोबल बढ़ाते हुए दीपावली की बधाई दी और संबोधित भी किया।

उन्होंने वार मेमोरियल पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी। इसके पूर्व सीएम के लैंसडौन पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। करीब एक घंटे तक छावनी में रुके धामी ने सैनिकों के साथ कई कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ ही वीर नारियों और बच्चों से भी भेंट की। इसके बाद रवाना हो गए। इस मौके पर कहा, एक सैनिक पुत्र होने के नाते जवानों संग पर्व मनाना मेरे लिए अविस्मरणीय क्षण हैं। कहा, सैनिक घर से दूर रहकर देश की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। ऐसे में उनके बीच आकर त्योहार मनाना सौभाग्य की बात है।

कहा, दीपावली के शुभ अवसर पर आप सबके बीच में आकर मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। कहा जाता है कि पर्व वहीं होता है, जहां परिवार होता है। सब मिलकर उत्सव मनाते हैं। पर्व के दिन परिवार से दूर रहना कर्तव्यनिष्ठा की पराकाष्ठा है। यदि देश के लोग दीपावली मना रहे हैं, वह निश्चित तौर पर सुरक्षित हैं, तो हमारे जवानों की बदौलत, जो 24 घंटे देश की सीमा पर तैनात हैं। पर्व पर अपने परिवार से दूर रहने के बावजूद आपके उत्साह में कोई कमी नहीं है।

कहा, मुझे जवानों की बीच रहकर अपार खुशी हो रही। सभी का उत्साह देखकर मेरे अंदर नई ऊर्जा का संचार हो रहा है। कहा, उत्तराखंड के बलिदानी सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली 10 लाख रुपये की धनराशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने का प्रावधान किया गया है। कहा, इस बार की दीपावली बहुत विशेष है, क्योंकि 500 वर्षों से हम प्रतीक्षा कर रहे थे कि भगवान राम अपने घर में आए हैं।

कहा, पहले के समय में हम बड़ी संख्या में विदेश से हथियार खरीदते थे, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है और आज 200 से भी अधिक सैन्य उपकरण देश में तैयार हो रहे हैं। जिसका इस्तेमाल हमारी सेना द्वारा किया जाता है। धामी ने कहा, गढ़वाल राइफल्स का ऐतिहासिक इतिहास रहा है। रेजिमेंट की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी रेजिमेंट के वीर सैनिकों की है।

कहा, सरहद की रक्षा करने में यहां के सैनिकों ने अपने कर्तव्य को बड़ी निष्ठा से निभाया है। कहा, हमारी सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है। कहा, आजादी से पूर्व और स्वतंत्रता के बाद गढ़वाल राइफल्स का स्वर्णिम इतिहास रहा है। ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी ने कहा, राज्य की कई कल्याणकारी योजनाएं सैनिकों के हित को ध्यान में रखते हुए बनी हैं। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताया। राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा, सरकार द्वारा देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली धनराशि 10 लाख से बढ़कर 50 लाख रुपये कर दी गई है।

ये रहे मौजूद

विधायक लैंसडाउन महंत दिलीप रावत, उत्तराखंड गोसेवा आयोग अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, एसएसपी लोकेश्वर सिंह, सेना के अधिकारी और जवान।

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