कहा, मेडिकल कॉलेज के पीपीपी मोड पर संचालित होने से मेडिकल छात्र नहीं होंगे प्रभावित
भर्ती मरीजों को भी आयुष्मान कार्ड और सीजीएचएस की दरों के अनुसार मिलेगा उपचार
पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज को देने के विरोध में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने किया प्रदर्शन
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। हरिद्वार मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड पर चलाने के विरोध में जहां बुधवार सुबह मेडिकल छात्र-छात्राओं ने कॉलेज कैंपस में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया, वहीं प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा, हरिद्वार स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज के संचालन को पीपीपी मोड पर देने से अध्ययनरत छात्रों की फीस नहीं बढ़ेगी, साथ ही अन्य सभी सुविधाएं सरकारी भी मेडिकल कॉलेज के समान ही मिलती रहेंगी।

डॉ. सयाना ने कहा, इसी सत्र से राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में 100 एमबीबीएस सीटों की मंजूरी मिली है, अब यहां विधिवत पढाई भी शुरू हो गई है। कहा, मेडिकल कॉलेज के बेहतर संचालन और मरीजों को अच्छी सुविधाएं देने के लिए कॉलेज को पीपीपी मोड पर देने का निर्णय लिया गया है, लेकिन पीपीपी मोड की शर्त में स्पष्ट किया गया है कि इससे अध्ययनरत छात्रों की फीस नहीं बढ़ेगी, साथ ही छात्रों को मिलने वाले सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र और डिग्रियों पर राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार ही दर्ज रहेगा।
कहा, इसी तरह भर्ती होने वाले मरीजों को उनके कार्ड के अनुसार आयुष्मान कार्ड या सीजीएचएस की दरों पर ही उपचार दिया जाएगा। कहा, पीपीपी मोड में देने का मकसद सिर्फ अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की सुविधाओं को आधुनिक बनाना है, ताकि छात्रों और मरीजों को इसका अधिकतम लाभ मिल सके, इसलिए छात्रों या आम जनमानस को इस विषय में भ्रमित होने की जरूरत नहीं है।
उधर, राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार को पीपीपी मोड पर चलाने के विरोध में एमबीबीएस के मेडिकल छात्र छात्राओं की ओर से बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। कहना है कि जब तक सरकार की ओर से पीपीपी मोड के आदेश वापस नहीं ले जाएंगे। एक सूत्री मांग को लेकर छात्रा अपनी कक्षाएं छोड़कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश