May 20, 2025

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सुरक्षित यात्रा के लिए शासन ने कसी कमर

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सीएस आनंद बर्द्धन ने संबंधित जनपदों एवं चारधाम यात्रा मार्गों की तैयारियों को परखा

बोले, किसी भी प्रकार के संकट प्रबंधन के लिए नोडल अधिकारी होंगे कमिश्नर गढ़वाल

बेबाक दुनिया ब्यूरो

देहरादून। शनिवार को सचिवालय स्थित सभागार में उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सुरक्षित, सुगम और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक लेकर कई निर्देश दिए।

उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग की पुख्ता व्यवस्थाओं को लेकर सभी विभागों को अभी से तैयारियां समयबद्धता से पूरी करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सचिव युगल किशोर पंत को देहरादून से केदारनाथ, सचिव डॉ. आर राजेश कुमार को बदरीनाथ यात्रा मार्ग, सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम को गंगोत्री धाम और डॉ. नीरज खैरवाल से यमुनोत्री धाम की तैयारियों के संबंध में फीडबैक लिया।

मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सचिवों से प्राप्त सुझावों का अनुपालन करते हुए अथवा कमियों को दुरुस्त किया जाए। यात्रा मार्ग पर सभी जरूरतों का अभी से आकलन करते हुए सभी व्यवस्थाएं यात्रा शुरू होने से पहले दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को संवेदनशीलता के साथ एवं कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक धाम एवं उनके मार्गों पर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने यूपीसीएल को धामों में लोवोल्टेज की समस्या को शीघ्र दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने केदारनाथ में बन रहे अस्पताल को या़त्रा शुरू होने से पहले सुचारू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य जांच केंद्रों को बढ़ाने के भी निर्देश दिए। कहा, यात्रा की शुरुआत में ही स्वास्थ्य परीक्षण हो सके इसके लिए हरिद्वार, ऋषिकेश एवं विकासनगर में हेल्थ स्क्रीनिंग केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। मुख्य सचिव ने मल्टी लेवल पार्किंग की व्यवस्था पर बल देते हुए अधिक पार्किंग स्थलों को चिह्नित करने की बात कही।

कहा, सभी यात्रा मार्गों पर स्थानीय स्तर की परिस्थितियों एवं विकल्प मार्गों के अनुरूप यातायात प्रबंधन योजना तैयार की जाएं। मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा मार्गों पर पौधरोपण करने हेतु स्मृति वन के लिए स्थान चिह्नित करने की भी बात कही। कहा, इच्छित श्रद्धालु इन पलों को यादगार बनाने को पौधरोपण कर सकते हैं। कहा, यात्रा मार्गों में दुर्घटनाओं या लैंड स्लाईड से लगने वाले जाम से पीछे लगी लंबी लाइनों में यात्रियों को जाम के कारणों की उचित जानकारी मिल सके, इसके लिए मैकेनिज्म तैयार किया जाए।

कहा, इसके लिए यात्रा मार्गों पर डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाए जा सकते हैं, जो यह जानकारी उपलब्ध कराएंगे कि किस स्थान पर कौन सी घटना घटी है जिससे जाम लगा है। उन्होंने इसके लिए सचिव पीडब्ल्यूडी को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कहा, जब तक यह व्यवस्था धरातल पर उतरती है तब तक बल्क एसएमएस और बल्क व्हॉट्सअप मैसेज से यह जानकारी उपलब्ध कराई जाए।

उन्होंने संभावित भूस्खलन क्षेत्रों का ट्रीटमेंट शीघ्र करने के निर्देश दिए। कहा, इन भूस्खलन क्षेत्रों के लिए दीर्घावधि उपचार पर भी शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। मुख्य सचिव ने यात्रा मार्गों पर स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने ‘सुलभ‘ को नियमित सफाई एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। सफाई व्यवस्था के लिए पूरे प्रदेश में व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही।

उन्होंने इसके लिए उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं 15वें वित्त आयोग की स्वच्छता हेतु टाईड फंड से भी फंड्स उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने चारों धामों में दुकानदार एवं घोड़ा/कंडी संचालक सहित सभी प्रकार केे सर्विस प्रोवाईडर की आरएफआईडी टैग बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने डीएम को निर्देश दिए कि धामों में श्रद्धालुओं के रुकने के लिए लगाए गए टेंट आदि को सुव्यस्थित ढंग से लगाने हेतु व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

ये रहे मौजूद

सचिव शैलेश बगोली, नितेश कुमार झा, सचिन कुर्वे, डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम, डॉ. पंकज कुमार पांडेय, चंद्रेश कुमार यादव, डॉ. आर राजेश कुमार, डॉ. नीरज खैरवाल, कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडेय, सचिव युगल किशोर पंत, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी आदि।

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