कहा, सिंधु नदी का जल रोकने के क्या उपाय हैं, इस पर सोचना होगा
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, पहलगाम में हुई आतंकी घटना को देखते हुए सरकार उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को कुछ समय के लिए रोकने का विचार कर रही थी, लेकिन यदि यात्रा रोकनी है तो अमरनाथ यात्रा रोकी जानी चाहिए, क्योंकि इसका व्यावहारिक प्रभाव सीधे कश्मीर के लोगों से है।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा, चारधाम यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के लिए सरकार को पहले ही सतर्कता बरतनी चाहिए। कहा, कोई शक्ति है जो देश को चुनौती दे रही है, विशेषकर हिंदुओं को चुनौती दी जा रही है। कहा, वह कौन सी शक्ति है और चुनौती देने का क्या तात्पर्य है, यह समझना होगा। कहा, आत्मरक्षा और धर्म की रक्षा कैसे करेंगे इसके लिए विचार करने की जरूरत है। बदरीनाथ में मॉस्टर प्लॉन के कार्यों को लेेकर कहा, वहां पर हमारे तीर्थ और देवस्थान हैं, उनको न छेड़ा जाए।
पहलगाम में आतंकी घटना के बाद भारत की ओर से की जा रही कार्रवाई को लेकर कहा, सरकार अब चुनाव प्रचार में लग गई है, प्रधानमंत्री स्वयं प्रचार में लगे हैं, अब तक 48 घंटे से अधिक का समय बीत गया, लेकिन सरकार ने दिवंगत लोगों की सदगति के लिए प्रार्थना नहीं की। कहा, हिंदुओं के लिए बड़ा संदेश है कि अपनी रक्षा के लिए खुद तैयार रहना है और तैयारी हमें खुद करनी है। कहा, जब सत्ता में लंबे समय से बैठे हैं तो यह घटना कैसे हो गई। कहा, सिंधु नदी का पानी रोकने के क्या उपाय हैं, इस पर सोचना होगा।
बदरीनाथ के लिए समर्पित होगी पहली रामाधाम गोशाला
कहा, गायों के संरक्षण के लिए गो प्रतिष्ठा आंदोलन शुरू किया गया है। राजनीतिक पार्टियों से अपेक्षा थी कि गाय के संरक्षण को आगे आएंगे, लेकिन गाय के साथ खड़े होने को कोई तैयार नहीं है। उत्तराखंड में भी 70 विस में एक-एक रामाधाम का निर्माण करना है। बदरीनाथ के पट खुलने के अवसर पर सबसे पहले बदरीनाथ के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेकर पहला रामाधाम बदरीनाथ के लिए समर्पित किया जाएगा।
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