उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया मेले का विधिवत शुभारंभ
मेले में देश के 50 सोलर प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनियों ने लगाए स्टॉल
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राजधानी के रेंजर्स ग्राउंड में प्रदेश के प्रथम सौर कौथिग और सौर ऊर्जा मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने सोलर वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यह सोलर वैन 100 दिन तक पहाड़ के कोने-कोने तक पहुंचकर प्रथम सौर कौथिग और सौर ऊर्जा की जानकारी लोगों को देगी, साथ ही सौर ऊर्जा परियोजना और इसमें मिलने वाली सब्सिडी को भी लोगों को बताएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा, सौर ऊर्जा से समृद्ध उत्तराखंड अभियान के अंतर्गत ये मेला अपने आप में विशिष्ट पहल है। कहा, प्रदेश के अधिकाधिक घरों तक सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचे, इसके लिए वैन को रवाना किया गया है।
कहा, जीवाश्म आधारित ईंधन के स्रोत सीमित हैं, जिससे पर्यावरण को भी नुकसान होता है, लेकिन सौर ऊर्जा का स्रोत असीमित है। कहा, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में 100 गीगावाट ऊर्जा का लक्ष्य रखा गया है। कहा, हमारी सरकार ने प्रदेश में नई सौर ऊर्जा नीति बनाई है। इसके अलावा सौ करोड़ रुपये की लागत से राज्य के सभी सरकारी भवनों पर सोलर प्रोजेक्ट लगा रहे हैं। कहा, रूफटॉप सोलर पर 70 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है।
कहा, घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं को 30 से 50 प्रतिशत का अनुदान सोलर वाटर हीटर पर दिया जा रहा है। कहा, वर्ष 2026 तक प्रदेश में 250 मेगावाट की क्षमता वाले सोलर प्लांट की स्थापना का लक्ष्य सरकार ने रखा है। कहा, हमारी सरकार ने आवासीय प्रोजेक्ट के लिए 350 नए वेंडर को सूचीबद्ध किया है। कहा, सौर ऊर्जा के लक्ष्य हमारे लिए बड़ा गेम चेंजर साबित होगी।
इस मौके पर ऊर्जा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य के स्तर से योजनाएं चलाई जा रही हैं। हाल ही में पीएम सूर्यघर योजना शुरू हुई थी। इसका मकसद अपने घर के ऊपर खुद बिजली पैदा करो और यूज करो। कहा, उत्तराखंड में अब तक 28,000 आवेदन आ चुके हैं और 11,000 संयंत्र भी लग चुके हैं। इसके साथ ही 37 मेगावाट उत्पादन शुरू हो चुका है।
कहा, वर्ष 2027 तक 2000 मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य है। कहा, उद्योगों को भी नेट मीटर की सुविधा दे रहे हैं। कहा, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना में पहले तीन मेगावाट तक की योजना लग पाई है। इस नीति में बदलाव के बाद 67 मेगावाट के प्रोजेक्ट लग चुके और 200 मेगावाट के आवेदन आए हैं। कहा, उत्तराखंड में सूर्य भगवान की असीम कृपा है, इसका हमें भरपूर उपयोग करना चाहिए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने पीएम सूर्यघर योजना के लाभार्थियों को स्टेट सब्सिडी के रूप में 51,000 रुपये दिए। वहीं, सोलर वाटर हीटर योजना के लाभार्थियों को भी 17,000 का अनुदान दिया। साथ ही मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के आवंटन किए।
इस मौके पर पद्मभूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने कहा, लोगों को किसी अभियान से जोड़ने का सबसे अच्छा माध्यम कौथिग है। उन्होंने प्रथम सौर कौथिग और सौर ऊर्जा मेला शुरू करने के लिए सीएम धामी को बधाई भी दी। कहा, अगर किसी ऊर्जा को सात्विक कहा जा सकता है तो वह सौर ऊर्जा है। सूर्य सर्वोपरि है और सभी ऊर्जाएं इससे जुड़ी हुई हैं। कहा, उत्तराखंड देश के अन्य राज्यों से अलग है।
कहा, सूर्य से सबकुछ चलता है। कहा, दुनिया में कार्बन और मीथेन की चुनौती है। इससे निपटने के लिए सौर ऊर्जा मील का पत्थर साबित हो सकती है।
ये रहे मौजूद
वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी, पद्मभूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, विधायक खजान दास, विधायक सविता कपूर, विधायक डोईवाला बृजभूषण गैरोला और सीएम के सलाहकार विश्वास डाबर आदि।
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