गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हुई विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा
पहले गंगोत्री धाम फिर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साक्षी बने सीएम धामी, की पूजा-अर्चना
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। अक्षय तृतीया के दिन बुधवार को सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में खोले गए फिर सीएम की ही मौजूदगी में यमुनोत्री धाम के कपाट पूरे विधि विधान से खोल दिए गए। इस दौरान दोनों ही धामों में हेलिकॉप्टर से मंदिर और श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्प वर्षा की गई।
मुख्यमंत्री ने दोनों ही धामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा करते हुए देश और प्रदेश की तरक्की और खुशहाली की मां गंगा और यमुना से प्रार्थना की। इसी के साथ ही विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का श्रीगणेश भी 30 अप्रैल से विधिवत हो गया। गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर बुधवार (30 अप्रैल) को सुबह साढ़े 10 बजे श्रद्धालुओं के जयकारे और 14 राजपूताना राइफल्स के बैंड की मधुर स्वरलहरियों के बीच अभिजीत मुहूर्त में श्रद्धालुओं दर्शन के लिए छह महीने के खोल दिए गए।
कपाट खुलने से पहले बुधवार को ही भैरों घाटी से तड़के मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा गंगोत्री धाम पहुंची। यहां तीर्थ पुरोहितों ने कपाट खोलने से पहले पूजा पाठ संपन्न किया। फिर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री धाम पहुंचकर मां गंगा के दर्शन किए। कपाटोद्घाटन के मौके पर मां गंगा के दर्शन के लिए देश के कई राज्यों से श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंचे और मां गंगा की विग्रह मूर्ति के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इस दौरान हर-हर गंगे के जयकारों से गंगोत्री धाम गूंज उठा।
इस मौके पर गंगोत्री मंदिर परिसर को जहां करीब 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया, वहीं श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। इस मौके पर सीएम धामी ने मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बाहर आए तीर्थ यात्रियों का अभिवादन किया और देशवासियों को चारधाम यात्रा की बधाई देते हुए कहा, सुगम यात्रा के लिए सभी प्रकार की तैयारी हो चुकी है। संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के लिए भी लगातार सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।
उधर, अक्षय तृतीया पर ही बुधवार को रोहिणी नक्षत्र में यमुनोत्री धाम के कपाट सुबह 11:55 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण, पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। अब अगले छह माह तक श्रद्धालु यमुनोत्री धाम में मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे। इससे पहले सुबह 8:20 बजे मां यमुना के शीतकालीन निवास खरसाली गांव से वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों, ढोल-दमाऊ की थाप के साथ भव्य डोली यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। डोली संग ग्रामीणों ने परंपरागत वेशभूषा और उत्साह के साथ मां यमुना का स्वागत किया।
इस मौके पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार मां यमुना के प्रसाद का भी शुभारंभ किया गया। कपाट खुलने के अवसर पर धाम परिसर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस दौरान हेलिकॉप्टर से फूल भी बरसाए गए।
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश
धार्मिक और पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद हों : सीएम