रोशनाबाद स्थित हरिद्वार जिला जेल से शुक्रवार की रात को घटना, एक हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। हरिद्वार जिला जेल में शुक्रवार की देर रात रामलीला मंचन के दौरान अफसरों के मंचन देखने में मस्त होने का फायदा उठाकर एक सजायाफ्ता कैदी और एक विचाराधीन बंदी दो सीढ़ियों को बांधकर जेल की दीवार लांघ गए। उधर, मामले में शासन ने लापरवाह छह अफसरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं।





उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। जेल से फरार एक आरोपी कुख्यात बदमाश प्रवीण वाल्मीकि गैंग का सदस्य बताया जा रहा है, लेकिन फिलहाल किसी भी अधिकारी ने इसकी पुष्टि अभी नहीं की है। उधर, जेल से एक बंदी और एक कैदी के फरार होने से जेल, पुलिस और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सूचना के मौके पर पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और बंदी रक्षकों और अन्य से गहन पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा कैदी पंकज निवासी रुड़की और राजकुमार निवासी गोंडा, उत्तर प्रदेश रोशनाबाद जेल में बंद थे। पंकज हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है, तो राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन बंदी है। शुक्रवार की रात रामलीला जेल में चल रही थी। साथ ही कुछ निर्माण कार्य भी अंदर चल रहा है। निर्माण कार्य के लिए एक सीढ़ी भी रखी हुई थी। इसी बीच मौके का फायदा उठाकर दोनों फरार हो गए।
अफसरों ने किया जेल का मौका मुआयना
जिला कारागार रोशनाबाद से शुक्रवार की रात एक कैदी और बंदी के फरार होने के मामले में हरिद्वार से लेकर देहरादून तक हड़कंप मचा हुआ है। सुबह आईजी जेल सहित जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी जेल पहुंचे। फिलहाल पुलिस का कहना है कि पुलिस की कई टीमें फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य इकट्ठा किए हैं।
दो सीढ़ियों को एक साथ जोड़कर दीवार के सहारे जेल को फांदा
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार की रात आठ बजे जेल परिसर में रामलीला चल रही थी। सभी कैदी और बंदी रामलीला देखने में व्यस्त थे। इन दिनों अंदर हाई सिक्योरिटी बैरक के निर्माण का कार्य भी चल रहा है, जहां सीढ़ी वह अन्य सामान पड़े हैं। इसी का फायदा उठाकर दो सीढ़ियों को एक साथ बांधकर पीछे की तरफ दीवार पर लगाया और दीवार पर चढ़कर दोनों जेल के पीछे जंगल की तरफ से फरार हो गए।
पहले घंटों जेल कर्मियों और अफसरों ने ढूंढा फिर पुलिस को दी जानकारी
कई घंटे तक बंदीरक्षक पहले अंदर ही दोनों को तलाशते रहे, मगर जब कुछ पता नहीं चला तो पुलिस और बड़े अफसरों को सूचित किया। वहीं, शनिवार तड़के डीआईजी जेल रतिराम मौर्य हरिद्वार पहुंचे, जबकि सुबह 10:30 बजे जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल, एसपी क्राइम पंकज गैरोला, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह जिला जेल पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए।
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