कहा, यहां मौजूद लोग एक-दूसरे को भले ही न जानते हों, लेकिन सभी एकजुट हो आयोजन में ले रहे भाग
बेबाक दुनिया ब्यूरो
महाकुंभ नगर। दो दिन के लिए दिव्य और भव्य महाकुंभ प्रवास पर आए बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुरीद नजर आए। इस दौरान उन्होंने जहां मां गंगा की पूजा और आरती की, वहीं कई साधु-संतों से भी मुलाकात कर चर्चा की।

गंगा आरती पर कहा, ये हमारी विरासत का उत्सव है। इस दौरान उन्होंने बोट से महाकुंभ की छठा देखी। राज्यपाल गंगा आरती में शामिल हुए और हवन-पूजन भी किया। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने उनका स्वागत किया। नंदी ने राज्यपाल को महाकुंभ में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रबंधों से अवगत कराया और श्रद्धालुओं की सुरक्षा, परिवहन, स्वास्थ्य सेवाओं और आध्यात्मिक आयोजनों के सुचारू संचालन की विस्तार से जानकारी दी।


राज्यपाल ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की आयोजन को लेकर जमकर प्रशंसा की। संगम भ्रमण के दौरान आरिफ मोहम्मद ने भारत की सनातन संस्कृति को महान बताया। कहा, यह संस्कृति सभी भेदों को समाप्त कर मानवता को जोड़ने का कार्य करती है। उन्होंने संस्कृति की पहचान बनाए रखने की जरूरत पर भी जोर दिया। कहा, भारत की सनातन संस्कृति का मूल आदर्श एकात्मता है, जहां सभी भेद समाप्त हो जाते हैं।
कहा, हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि यदि हम किसी भी मानव को उनके दिव्य रूप में देखें, तो हमें यह अहसास होगा कि मानव ही माधव का स्वरूप है। कहा, महाकुंभ में आकर स्पष्ट हुआ कि भारत की संस्कृति और परंपरा मानवता को जोड़ने का कार्य करती है। कहा, यहां मौजूद लोग एक-दूसरे को भले ही न जानते हों, लेकिन सब एकजुट होकर भाग ले रहे हैं। कहा, भारत की विरासत, आदर्श और मूल्यों को जीवंत रखना जरूरी है।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान परमार्थ निकेतन के शिविर में पहुंचे, जहां स्वामी चिदानंद सरस्वती का सानिध्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर दोनों के बीच आध्यात्मिक चिंतन, भारतीय संस्कृति, गंगा संरक्षण और वैश्विक शांति के विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। महाकुंभ को भारत की आध्यात्मिक विरासत का गौरव बताते हुए कहा, यह आयोजन संपूर्ण विश्व को शांति, एकता और सेवा का संदेश देता है। कहा, महाकुंभ हमारी विरासत का उत्सव है।
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश