महाकुंभ में स्नान करने वालीं द्रौपदी मुर्मू दूसरी राष्ट्रपति, इससे पूर्व 1954 में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था स्नान
संगम में लगाईं तीन डुबकियां, किया गंगा का दुग्धाभिषेक, सूर्य की आराधना कर दिया अर्घ्य, लेटे हनुमान जी के दर्शन कर पूजा अर्चना की
बेबाक दुनिया ब्यूरो
महाकुंभ नगर। सोमवार को सुबह साढ़े नौ बजे प्रयागराज महाकुंभ पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पवित्र त्रिवेणी पर तीन डुबकियां लगाईं। इस दौरान उनके परिवार के लोगों ने भी पवित्र संगम में स्नान किया। मुर्मू ने संगम में बोट की सवारी संग पक्षियों को दाना भी खिलाया।

इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। वीवीआईपी दौरे के चलते प्रयागराज शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। इसके पूर्व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नई दिल्ली से सेना के हेलिकॉप्टर से सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे बमरौली एयरपोर्ट पर उतरीं, जहां प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने फूलों का गुलदस्ता भेंटकर भव्य स्वागत और अभिनंदन किया।





यहां से राष्ट्रपति मुर्मू राज्यपाल और सीएम के साथ अरैल घाट पहुंचीं, जहां से क्रूज पर सवार होकर संगम नोज पहुंचीं। इस दौरान राष्ट्रपति ने डेक पर खड़े होकर नौका विहार का आनंद लिया और हाथों से पक्षियों को दाना खिलाया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महामहिम को महाकुंभ के आयोजन और इससे जुड़ीं व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी। इसके बाद संगम नोज पहुंचीं।
त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने से पूर्व राष्ट्रपति मुर्मू ने सपरिवार मां गंगा की विधिवत पू्जा अर्चना की। पवित्र संगम में उतरने से पहले राष्ट्रपति ने सबसे पहले पूर्ण आस्था के साथ जल को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया फिर पवित्र जल में फूल माला और नारियल अर्पित कर समस्त राष्ट्र की समृद्धि और शांति की मनोकामना की। इसके बाद भगवान सूर्य की अराधना की और अर्घ्य देकर प्रणाम किया।
इसके बाद उन्होंने पूरी श्रद्धा के साथ संगम में एक के बाद एक तीन डुबकियां लगाईं। स्नान के बाद उन्होंने विधि विधान से पूजा अर्चना भी किया। राष्ट्रपति ने वैदिक मंत्रों और श्लोकों के बीच संगम का दुग्धाभिषेक किया। इसके बाद अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी मां गंगा को अर्पित की फिर संगम स्थल पर तीनों पावन नदियों की आरती भी उतारी। वहीं पर तीर्थ पुरोहित ने राष्ट्रपति को कलावा बांधकर अभिनंदन किया।
यहां से निकलने के बाद राष्ट्रपति परिवार के साथ अक्षयवट पहुंचीं और पूजा अर्चना की। इसके बाद राष्ट्रपति बड़े हनुमान मंदिर पहुंचीं और दर्शन कर पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे। उधर, संगम में राष्ट्रपति ने आस्था की डुबकी लगाकर सनातन आस्था को मजबूत आधार दिया। देश की प्रथम नागरिक का संगम में डुबकी लगाने का क्षेत्र ऐतिहासिक है।
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