
केंद्र सरकार ने 23 राज्यों में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए स्वीकृत किए 3,295 करोड़ रुपये
पूंजीगत निवेश के लिए विशेष सहायता नामक योजना के अंतर्गत स्वीकृत हुई धनराशि
बेबाक दुनिया ब्यूरो
देहरादून। केंद्र सरकार ने पूंजीगत निवेश के लिए विशेष सहायता नामक योजना के अंतर्गत देश के 23 राज्यों के 40 पर्यटक स्थलों के विकास के लिए 3,295 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। योजना के तहत प्रदेश की पर्यटननगरी ऋषिकेश को भी लाभ मिला है।

योजना के अंतर्गत ऋषिकेश में 100 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक राफ्टिंग बेस स्टेशन बनाया जाएगा। परियोजना का उद्देश्य ऋषिकेश के राफ्टिंग पर्यटन में बुनियाद ढांचे की चुनौतियों से निपटना और कमियों को दूर करना है। साथ ही अंतर राज्य बस टर्मिनल पर राफ्टिंग संचालन को केंद्रित करना और अधिक धन खर्च करने की क्षमता वाले पर्यटकों को आकर्षित करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मानकीकृत बुकिंग प्रणाली और उन्नत सुविधाएं प्रदान करना है।

परियोजना से लगभग 1,500 लोगों को नौकरियां मिलने का भी अनुमान है। योजना के लिए जमीन राज्य सरकार मुहैया कराएगी और इसे लागू भी राज्य सरकार ही करेगी। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय इसकी निगरानी करेगा। योजना के लिए 66 फीसदी राशि राज्यों को जारी कर दी गई है। केंद्र सरकार ने राज्यों से योजना के अंतर्गत विकसित हो रहे पर्यटन स्थलों के विकास के कार्यों को पूरा करने के लिए दो वर्ष की समयसीमा तय की।
दरअसल, ऋषिकेश में राफ्टिंग गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला मौजूदा बुनियादी ढांचा अपर्याप्त है, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। राफ्टिंग के शुरुआती स्थलों ब्रह्मपुरी, शिवपुरी, मरीन ड्राइव और कौड़ियाला और समापन स्थलों नीम बीच, लक्ष्मण झूला और जानकी झूला सहित यहां अभी राफ्टिंग रोमांच की बुकिंग के लिए सुव्यवस्थित प्रणाली स्थापित नहीं हो पाई है।
शौचालय और कपड़े बदलने के लिए उचित स्थान की व्यवस्था जैसी सुविधाओं के अभाव के साथ सुरक्षा प्रावधानों में कमी और ऋषिकेश-तपोवन-शिवपुरी कॉरिडोर पर यातायात से होने वाली भीड़ भी अन्य मुद्दों में शामिल हैं। राफ्टिंग बेस स्टेशन परियोजना का उद्देश्य ऋषिकेश के राफ्टिंग पर्यटन में बुनियाद ढांचे की चुनौतियों से निपटना और कमियों को दूर करना है।
परियोजना द्वारा पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए शौचालय, कपड़े बदलने की उचित व्यवस्था और सड़क किनारे खानपान की छोटी दुकानों जैसी जरूरी सुविधाओं से परिपूर्ण केंद्रीयकृत राफ्टिंग बेस स्टेशन का विकास शामिल है। इसमें तपोवन क्षेत्र में भीड़भाड़ को कम करने को वैकल्पिक मार्गों का निर्माण और सुरक्षा तथा दक्षता सुनिश्चित करने को आईटीसी आधारित निगरानी प्रणाली को लागू करना भी शामिल है।
More Stories
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग बाबा केदार के कपाट खुले
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर खुले
दून-सहारनपुर-मोहण्ड @ टनल रेल लाइन की गुजारिश